![](https://hathuanews.com/r3e/uploads/2021/02/arrested_1561665710-749x470.jpeg)
एकड़ेंगा नहर के पास से महिला सीएसपी संचालक से लूट कांड का मास्टरमाइंड हुआ गिरफ्तार
भोरे (हथुआ न्यूज़): मीरगंज थाना क्षेत्र के एकडेंगा नहर के पास से महिला सीएसपी संचालक से लूट कांड मामला में पुलिस को अहम सफलता हासिल हुई है। पुलिस ने दो संदिग्ध आरोपियों को गिरफ्तार किया है जिसमें लाला छापर गांव के नहर के पास से आरोपी कृष्णा कुमार सिंह को गिरफ्तार किया है जो नोनिया छापर गांव का रहने वाला बताया जाता है वही भोरे थाना क्षेत्र के भोपतापुर गांव के प्रदीप कुमार साह को गिरफ्तार किया है। मामले में यह सफलता भोरे पुलिस को मिली है जिसने गुप्त सूचना के आधार पर बाइक सवार दो आरोपियों को धर दबोचा जब वे अपराध को अंजाम देने के लिए हथियार के साथ निकल रहे थे। अपराधी के पास से एक देसी पिस्तौल और कारतूस के साथ-साथ मोबाइल भी बरामद हुआ है।पूछताछ में आरोपियों ने कुसौंधी क्षेत्र के एक स्थानीय अपराधी का भी नाम बताया है जो आसपास के क्षेत्र में लूट कांड को अंजाम देने के लिए लाइनर का काम कर रहा था।
3 फरवरी और 3 मार्च को सीएसपी संचालकों से अपराधियों ने लूटा था नकदी।
मामले में पुलिस ने बताया है कि 3 फरवरी को मीरगंज थाना क्षेत्र के एक टांग ना सीएसपी संचालक प्रियंका कुमारी से हथियार के बल पर 40000 तब लूट ले गई लूट लिए गए थे जब वह अपने एक आदमी के साथ स्कूटी सेअपने सेंटर पर जा रही थी। वही एक दूसरे मामले में 3 मार्च को चैनपुर के पास से सीएसपी संचालक नीतेश कुमार शाही के पास से ₹70000 दिनदहाड़े लूट ले गए थे जिसके बाद काफी बावेला मचा था। दोनों कांडों में आरोपी काले रंग के पल्सर बाइक पर सवार थे और पीछा करके रकम लूटी गई थी। घटना के बाद मीरगंज थाने में प्राथमिकी भी दर्ज हुई थी पर मामले का कुछ अता पता नहीं चल सका था। गिरफ्तार किए गए आरोपियों ने पूछताछ में पुलिस को बताया कि कोरोना के संकट काल के दौरान उनके पास से लूटी गई रकम समाप्त हो गई थी, ऐसे मे उन्होंने अपने साथियों के साथ मिलकर एक और लूट कांड का योजना बनाया। इसके लिए भोपतापुर के प्रदीप साह को हथियार उपलब्ध कराना था और वह हथियार लेकर लाला छापर गांव के नहर के पास आया था कि तभी पुलिस के हत्थे चढ़ गया। उनका कहना था कि सीएसपी संचालक के पास खतरा नहीं के बराबर रहता है, इसलिए सबसे पहले उन्होंने उसी को निशाना बनाया गया था। कुसौंधी स्थित पेट्रोल पंप अगला टारगेट था जिसको लेकर अपराधियों ने अपनी योजना बना ली थी और उसे अंजाम देने जा रहे थे कि तब तक पुलिस की सतर्कता से पकड़े गए।