हथुआ प्रखंड में चित्रांशों द्वारा धूमधाम से मनायी गयी चित्रगुप्त पूजा
हथुआ/गोपालगंज (हथुआ न्यूज़): आज वृहस्पतिवार को पूरे गोपालगंज जिले में चित्रगुप्त पूजा पूरे विधि-विधान के साथ किया गया। हथुआ प्रखंड के ग्राम कांधगोपी एवं बरवा स्थित चित्रगुप्त मंदिर में चित्रांश परिवार द्वारा एकल एवं सामूहिक रूप से श्री चित्रगुप्त भगवान की पूजा अर्चना की गई। कलयुग में चित्रगुप्त पूजा का विशेष महत्व है। हिन्दू धर्म के अनुसार ऐसी मान्यता है कि श्री चित्रगुप्त जी सभी जीवों के कर्मों का लेखा जोखा लिखते हैं। मृत्यु के उपरांत कर्मों के अनुरूप व्यक्ति को स्वर्ग और नर्क में स्थान मिलता है। बुरे कर्म करने वाले लोगों को नर्क की यातनाएं सहनी पड़ती हैं। चित्रगुप्त जी की पूजा करने से व्यक्ति को ज्ञान की प्राप्ति होती है। साथ ही जीवन में मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है। इसके अलावा, चित्रगुप्त जी की कृपा से नर्क की यातनाओं से मुक्ति मिलती है। कायस्थ जाति के लोग चित्रगुप्त जी की पूजा पूरे विधि विधान से करते है। इस दिन स्नान ध्यान से निवृत होकर सबसे पहले आमचन कर संकल्प लेते है। फिर भगवान चित्रगुप्त की पूजा फल, फूल, धूप-दीप, रोली, अक्षत, मिठाई से करते है। अंत में अपनी गलतियों के लिए क्षमा याचना कर उनसे सुख-समृद्धि की प्रार्थना करते है। चित्रगुप्त पूजा के उपरांत कांधगोपी चित्रांश परिवार द्वारा एक सामुहिक बैठक का भी आयोजन किया गया। बैठक में संतोष श्रीवास्तव द्वारा बताया गया कि कायस्थ लोग बुद्धिजीवी होते है। ये समाज मे अग्रहणी भूमिका निभाते है। स्वामी विवेकानंद, सुभाष चंद्र बोस एवं जन नायक जयप्रकाश नारायण जैसे कायस्थ पुत्रो ने भारत को नई दिशा देने का कार्य किया था। आज भी समाज के लिए कायस्थों की बड़ी महत्ता है। सामुहिक चित्रगुप्त पूजा एवं बैठक में शामिल होने वाले चित्रांश परिवार के तरफ से मुख्यरूप से कुमार सोनू,अजय श्रीवास्तव, अखिलेश श्रीवास्तव, राकेश वर्मा, शिवम श्रीवास्तव, नीतीश श्रीवास्तव, मोहित श्रीवास्तव, प्रियेश श्रीवास्तव, निर्मल श्रीवास्तव, विकास श्रीवास्तव, सत्यम श्रीवास्तव, आयुष श्रीवास्तव, ऋषब श्रीवास्तव, तारकेश्वर प्रसाद, विकास कुमार श्रीवास्तव एवं हिमांशु श्रीवास्तव आदि सम्मिलित हुए।