नहर पर लगाए गए पौधों को असामाजिक तत्वों ने उखाड़ फेका, पर्यावरणविद ने दर्ज कराई प्राथमिकी
हथुआ (हथुआ न्यूज़): हथुआ सीयाड़ी उप वितरणी नहर के किनारे लगाए गए देव वृक्ष पीपल के पौधों को असामाजिक तत्वों ने उखाड़ कर फेंक दिया गया। इस घटना को लेकर स्थानीय लोगों लोगों में आक्रोश है।असामाजिक तत्वों द्वारा पीपल के पौधे को उखाड़ कर नष्ट किए जाने पर जिले के पर्यावरणविद् डॉ सत्य प्रकाश ने हथुआ थाना में प्राथमिकी दर्ज करवाया है। दर्ज प्राथमिकी में पर्यावरणविद् ने बताया है कि हथुआ थाना के बरवा गांव स्थित चित्रगुप्त मन्दिर के समीप सियाडी उप वितरणी नहर के किनारे देव वृक्ष पीपल का पौधा गांव के पर्यावरण मित्रों के साथ पिछले 9 फरवरी को लगाया गया था। पर इस पौधे पर असामाजिक तत्वों की नजर लग गई और उन्होंने इन सब को उखाड़ कर के नष्ट कर दिया। पर्यावरणविद् ने दर्ज करवाए गए प्राथमिकी में यह भी कहा है कि तीन माह पूर्व भी एक बड़ा पीपल के पौधा को तथाकथित लोगों द्वारा उखाड़ कर नष्ट कर दिया गया। नहर पर अबतक पचास से ज्यादा अन्य पौधे लगाए गए है जिनको स्थानीय असामाजिक शरारती तत्वों द्वारा नष्ट करने की अंदेशा भी जताई जा रही है। हथुआ पुलिस इंस्पेक्टर सह थानाध्यक्ष प्रशांत कुमार राय ने प्राथमिकी दर्ज करने के बाद जांच पड़ताल शुरू कर दिया है। पुलिस इंस्पेक्टर ने कहा कि यह दुखद बात है। हरियाली को बचाने का मुहिम चलना चाहिए न कि नष्ट करने का। एक पौधा सौ पुत्रों के समान होता है। ऐसे में इसको गंभीरता से लेते हुए सख्त करवाई की जाएगी। इधर इस सम्बन्ध में पर्यावरणविद् डॉ सत्य प्रकाश ने बताया कि कुछ लोग ऐसे है जो वृक्षारोपण अभियान में बाधा पहुंचा रहे है। उनका केवल पौधा को नष्ट करना ही काम रह गया है। एक पौधा को बचाने में बहुत मेहनत करनी पड़ती है। एक सवाल पर पर्यावरणविद् ने कहा कि सभी पौधे स्थानीय ग्रामीणों के लिए एक धरोहर के समान है और उन्हें हम अपना परिवार मानते है। ऐसे में इनको नुकसान पहुंचाने वाला पर्यावरण का ही दुश्मन नहीं बल्कि समाज का भी दुश्मन है जिन पर कड़ी कार्रवाई करने की जरूरत है। पुलिस पर हमें पूर्ण विश्वास है कि वो हमें न्याय दिलवाने में अवश्य मदद करेंगे। इधर प्राथमिकी के बाद पुलिस मामले की छानबीन करने में जुट गई है। वही पीपल पौधा नष्ट किए जाने से कई पर्यावरण प्रेमियों में आक्रोश व्याप्त है।