मीरगंज पोस्ट ऑफिस का जर्जर भवन मूलभूत सुविधाओं से वंचित, जर्जर भवन में काम करने को विवश है डाक कर्मचारी
मीरगंज (हथुआ न्यूज़): एक तरफ जहां डाक विभाग अपने आप को अपग्रेड कर हाईटेक हो रहा है और बढ़ते जमाने के साथ तालमेल बिठाते हुए आधुनिक सुविधाओं से लैस हो रहा है वहीं दूसरी तरफ मीरगंज का पोस्ट ऑफिस मूलभूत सुविधाओं से वंचित है। यहां पर ना तो शौचालय की सुविधा है और ना ही किसी तरह की कायदे की व्यवस्था है। नतीजतन यहां पर कार्यरत डाक कर्मी मजबूरी में बाहर सड़कों अपनी जरूरतें पूरी करते हैं वही यहां के ग्राहकों के लिए खासकर महिलाओं के लिए यहां आना, किसी दु:स्वपन से कम नहीं। शहर के काम होने पर होने के कारण सुरक्षा ऐसी लचर है कि इस पोस्ट ऑफिस में कई बार चोरियां हो चुकी है और जनरेटर सहित कई कीमती सामान यहां से चोरी हो चुकी है। पुराने जर्जर मकान होने की वजह से कब, किस कोने से सांप और जहरीले कीड़े मकोड़े निकल जाए ,इस आशंका से यहां पर तैनात डाक कर्मी बेहाल रहते हैं। सबसे ज्यादा दुर्दशा तो बारिश के मौसम में होती है जब यहां शायद ही कोई कोना पानी के टपकने की वजह से सुरक्षित रहता हो।
अंग्रेजों के जमाने से मीरगंज का यह पोस्ट ऑफिस एक निजी मकान में चला आ रहा है। आज के तारीख में भी यहां पोस्ट ऑफिस मात्र ₹800 के भाड़े पर चल रहा है। मकान मालिक ने विभाग से अपनी बोरिया बिस्तर बांधने को कई बार अल्टीमेटम दे चुका है पर खाली नहीं करने के बाद उसने भाड़ा लेने से भी इनकार कर दिया है और अपने हाथ खड़े कर लिए हैं। 1940 के दशक से इस भवन में पोस्ट ऑफिस विभाग का कार्यालय चल रहा है उन्होंने कई बार खाली करने के लिए पत्राचार भी किया पर आज तक नही हुआ कोई फायदा।