पूरे बिहार में 1 मार्च से लॉन्च होने जा रहा है एम पासपोर्ट एप, वेरिफिकेशन के लिए पुलिस नहीं आएगी आपके घर, शोषण से मिलेगी मुक्ती

पटना (हथुआ न्यूज़) : बिहार से बड़ी संख्या में लोग विदेशों में रहते है तथा रोजी-रोटी के लिए हजारों की संख्या में कामगार खाड़ी देशों में जाते रहते है। विदेश जाने के लिए सबसे अहम पेपर होता है पासपोर्ट परन्तु यह सर्वविदित है कि पासपोर्ट के चक्कर मे चक्कर लगाते लगाते कामगारों के तलवे घिस जाते है इसमें सबसे बड़ा दिक्कत आता है पुलिस वेरिफिकेशन के समय, लोगो का इसमें थानों द्वारा शोषण भी किया जाता है पर अब बिहार सरकार ने इस पर विशेष ध्यान देते हुए पासपोर्ट वेरिफिकेशन के काम को सरल और पारदर्शी बनाने के लिए एक मार्च से पूरे राज्य में एम पासपोर्ट एप को लांच कर रही है। एम पासपोर्ट एप से पासपोर्ट वेरिफिकेशन के लिए सभी जिलों के दारोगा, डीएसपी और एएसपी को प्रशिक्षित किया जा चुका है। आठ फरवरी को प्रशिक्षण खत्म हुआ है। सभी थानों में एक-एक टैबलेट दिया जा रहा है।
अभी पासपोर्ट वेरिफिकेशन में कम से कम 21 दिन लगते हैं। एम पासपोर्ट एप की मदद से 10 दिन से भी कम समय में वेरिफिकेशन का काम हो जाएगा। अभी पुलिस मुख्यालय से एसपी ऑफिस और फिर थाने तक जाने में कम से 21 दिन लग जाते हैं। एम पासपोर्ट एप के माध्यम से पुलिस सिर्फ आवेदक के आपराधिक रिकार्ड की जांच करेगी। इसके आधार पर वेरिफिकेशन हो जाएगा।
वेरिफिकेशन के लिए पुलिस आपके घर नहीं आएगी। इससे भ्रष्टाचार पर भी लगाम लगेगी। एम पासपोर्ट एप से पासपोर्ट वेरिफिकेशन की बारीकियां समझने के लिए 23 सितम्बर 2019 को डीजीपी ने एम पासपोर्ट एप लांच किया था। पटना के कोतवाली और पाटलिपुत्रा थाने में पायलट प्रोजेक्ट के तहत एम पासपोर्ट एप पर काम शुरू हुआ। इसकी सफलता के बाद सभी जिलों के एक-एक थाने में एम पासपोर्ट एप से वेरिफिकेशन का काम हो रहा है।


जवाब जरूर दे 

आप अपने सहर के वर्तमान बिधायक के कार्यों से कितना संतुष्ट है ?

View Results

Loading ... Loading ...


Related Articles