कांधगोपी में नियमित कचरा उठाव नही होने से ग्रामीण सड़क किनारे कचरा फेंकने को मजबूर
हथुआ/गोपालगंज (हथुआ न्यूज़): स्वच्छता को ध्यान में रखते हुए बिहार सरकार का निर्देश है कि जिस प्रकार शहर में साफ-सफाई की व्यवस्था रहती है उसी प्रकार ग्रामीण क्षेत्रों में भी साफ-सफाई की समुचित व्यवस्था हो। इसीलिए सरकार ने लोहिया स्वच्छता अभियान के तहत वार्ड और पंचायत स्तर पर स्वच्छता कर्मियों को बहाल किया है। वार्ड स्तर पर दो कर्मियों को बहाल इसलिए किया गया है जो प्रत्येक घर जाकर ठोस और गीला कचरा का संग्रह करेंगे और पंचायत स्तर पर बहाल किये गए कर्मी उसे अपने गाड़ी से ले जाकर चिन्हित जगहों पर रखेंगे। ठोस कचरा का मतलब होता है लोहा, टीना, प्लास्टिक आदि और गीला कचरा का मतलब होता है सड़ा-गीला आदि। कचरा संग्रह के लिए प्रत्येक परिवार को दो डस्टबिन दिया गया है। एक नीला और एक हरा। स्वच्छता कर्मियों द्वारा उक्त दोनों कचरा को संग्रह कर पंचायत में बने कचरा निरस्तीकरण केंद्र पर ले जाया जाएगा जहां कचरे की छंटनी होगी। गीला कचरा से कंपोस्ट खाद बनाया जाएगा। परन्तु ऐसा होता कुछ दिख नही रहा है। कचरे का उठाव कर्मियों द्वारा अनियमित तरीके से किया जा रहा है। ग्रामीणों ने बताया कि कचरे का उठाव कई कई दिन तक नही किया जाता है जिससे मजबूर होकर ग्रामीण कचरे से भरे डस्टबिन को खाली करने के लिए कचरे को कही भी फेक दे रहे है। कांधगोपी में कई दिनों से कचरा का उठाव नही हो रहा है जिसके कारण कचरा इधर-उधर फेंका हुआ दिख जाएगा। स्थानीय प्रमोद शर्मा ने बताया की मेरे मुहल्ले में कई दिनों से कचरा का उठाव नही किया जा रहा है। जिसके कारण मजबूरी बस लोग सड़क किनारे ही कचरा फेंक रहे है। यदि यही स्थिति रही तो लोहिया स्वच्छता अभियान फेल हो जाएगा।
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