हथुआ में महीनों से खाली पड़ा है बीपीआरओ का पद, विकास योजनाओं का काम हो रहा है प्रभावित

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हथुआ(हथुआ न्यूज़): हथुआ प्रखंड में बीपीआरओ का पद रिक्त रहने के कारण विकास योजनाओं पर इसका असर पड़ना शुरू हो गया है। 28 फरवरी के बाद तत्कालीन बीपीआरओ के चले जाने के बाद अभी तक इस पद पर किसी के ना आने के कारण पूरे प्रखंड में विकास योजनाओं को लेकर ऊहापोह की स्थिति बनी हुई है। खासकर नए चुनकर आए मुखिया लोगों के लिए समस्या दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही है क्योंकि कोई नया विकास योजना का कार्य नहीं हो पा रहा है ना ही नए मुखिया लोगों के लिए डोंगल का मैपिंग का काम ही हो पा रहा है। करीब 1 माह तक इस महत्वपूर्ण पद पर किसी पदाधिकारी के ना आने के बाद प्रखंड के सभी मुखिया जनों में बेचैनी देखी जा रही है क्योंकि उनके पंचायत के लोगों का दबाव उन पर बढ़ता जा रहा है। प्रखंड के लगभग सभी पंचायतों में संबंधित वार्डों के द्वारा क्रियान्वयन एवं प्रबंधन समिति ने अपने क्षेत्र की योजनाओं का चयन कर लिया गया है लेकिन डोंगल एक्टिवेट नहीं होने के कारण योजनाओं पर अभी भी विराम लगा हुआ है। अभी तक जो परिवार जल नल योजना से वंचित है उनका सर्वेक्षण करके जरूर लब्ध कराने की जिम्मेवारी नए प्रतिनिधियों को करनी है शादी पक्की गली गली की योजना को भी आगे बढ़ाना है और इसके लिए नए मुखिया जनों को डोंगल बनवाना है क्योंकि बिना डोंगल के राशि निकासी नहीं हो सकती। इस संबंध में छाप के मुखिया कविंद्र प्रसाद खरवार ने कहा कि इस संबंध में कई बार विभाग के अधिकारियों से शिकायत की गई है परंतु अब तक कुछ नहीं हो सका है।
खाली पड़े बीपीआरओ को नियुक्त करने को लेकर मुखिया संघ डीडीसी अभिषेक रंजन से मिल चुका है। इस संबंध में स्थानीय मुखिया संघ के उपाध्यक्ष अफरोज खान ने बताया कि मुखिया लोगों का एक शिष्टमंडल डीडीसी से मिलकर इस समस्या को सुलझाने की बात रखी पर अभी तक कोई नतीजा नहीं दिख रहा। इस टीम में मुखिया संघ के अध्यक्ष पति अजय मिश्रा, छाप मुखिया कबिंद्र प्रसाद खरवार, पचफेड़ा मुखिया पति आनंद कुमार समेत कई लोग शामिल थे। सभी पंचायतों के मुखिया जनों का कहना था कि मात्र 1 पद खाली रहने के कारण पंचायतों का विकास कार्य थम सा गया है। इस संबंध में हथुआ बीडीओ राकेश कुमार सिंह ने कहा कि महत्वपूर्ण पद खाली रहने के कारण योजनाओं पर असर पड़ना स्वाभाविक बात है और इसके लिए वरीय अधिकारियों से भी बात की गई है।
इस संबंध में संपर्क करने पर डीडीसी अभिषेक रंजन ने कहा कि अभी तक कोई नए पदाधिकारी इस पद के लिए नहीं आए हैं। ऐसे में अब या तो किसी को प्रभार देकर काम शुरू किया जाएगा और नहीं तो स्थानीय बीडीओ को यह जिम्मेवारी सौंपनी पड़ सकती है। ऐसे में अभी प्रखंड के मुखिया जनों को अपने क्षेत्र में विकास कार्य को लेकर अभी और इंतजार करना पड़ सकता है।

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