
बूढ़ीगंडक नदी के मेघौल घाट से बरामद हुआ कल से लापता युवक का शव, परिजनों में मचा कोहराम

खोदावंदपुर/बेगूसराय (हथुआ न्यूज़): घर से अचानक लापता हुए युवक का शव सोमवार की दोपहर बूढ़ीगंडक नदी के मेघौल घाट पर मिला. शव मिलने की सूचना मिलते ही दर्जनों लोगों की भीड़ बांध किनारे जुट गई और इसकी सूचना उसके परिजनों एवं स्थानीय पुलिस को दिया गया. इस शव की शिनाख्त फफौत पंचायत के वार्ड नंबर 17 स्थित मालपुर गांव निवासी बलराम महतो के 24 वर्षीय इकलौता पुत्र सूरज कुमार के रुप में की गयी. युवक का शव बूढ़ीगंडक नदी से बरामद होते ही उसके परिजनों में कोहराम मच गया.
25 सितंबर की सुबह से लापता था सूरज
मृतक के परिजनों ने बताया कि सूरज 25 सितंबर की सुबह से ही लापता था. उसके लापता होने की सूचना स्थानीय पुलिस को भी दे दी गयी थी. उन्होंने बताया कि सूरज नहाने के लिए मालपुर गांव स्थित बूढ़ीगंडक नदी में गया हुआ था. रविवार की देर शाम तक वापस नहीं लौटने पर परिजनों ने अपने सभी संगें संबंधियों एवं आसपास में काफी खोजबीन की, परंतु कुछ भी पता नहीं चल सका. सोमवार की अहले सुबह से ही मछुआरों व उसके परिजनों के द्वारा सूरज की खोजबीन बूढ़ीगंडक नदी के किनारे किनारे शुरू की गयी. 26 सितंबर की दोपहर में बिदुलिया गांव के कुछ मछुआरों ने मेघौल घाट के समीप बीच नदी में बहता हुआ एक शव पर उसकी नजर पड़ी. तभी मछुआरों ने नाव के जरिए उस शव को नदी से बाहर निकाला. शव मिलते ही दर्जनों लोगों की भीड़ बांध किनारे जमा हो गयी. और शव की पहचान सूरज के रुप में की गयी. मृतक के परिजनों ने शव को खोदावन्दपुर थाना पहुंचाया, जहां स्थानीय पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर उसे पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल बेगूसराय भेज दिया.
वहीं दूसरी ओर घटना की सूचना मिलते ही पूर्व मुखिया अनिल कुमार, सामाजिक कार्यकर्ता राम गुलजार महतो, नवीन कुमार छोटू, चन्द्रदेव सहनी, पंकज महतो, नवीन कुमार झुना, अवधेश कुमार, प्रमोद महतो सहित अनेक लोगों ने शोकाकुल परिजनों से मिलकर सांत्वना दिया तथा दुख की इस घड़ी में पीड़ित परिवार के परिजनों को हरसंभव सहयोग करने का आश्वासन दिया.
सूरज की मौत से उसके परिजनों का रो रोकर बुरा हाल
सूरज की मौत से उसके परिजनों का रो रोकर बुराहाल हो गया. मृत युवक के पिता बलराम महतो व उसकी मां रामकुमारी देवी अपने इकलौते पुत्र के मौत से दहाड़कर मारकर रो रही थी. मृतक की जवान पत्नी विभा देवी अपने पति के वियोग में रोते रोते पागल सी हो गयी. उसकी बहन निशा कुमारी अपने इकलौते भाई के डूबने से हुई मौत पर फफक फफककर रो रही थी. शव को देखने पहुंचे लोगों के आंखों में आंसू थमने का नाम नहीं ले रहा था. मृतक के दो संतान हैं, जिसमें तीन वर्षीय पुत्र आर्यन कुमार व सात माह की पुत्री अनुष्का कुमारी शामिल है. इस घटना को लेकर पूरे गांव में मातमी सन्नाटा पसरा हुआ है.